मधेपुरा/बिहार : अखिल भारतीय बीमा कर्मचारी संघ सहित देशभर के दर्जनों मजदूर यूनियन द्वारा केंद्र सरकार के मजदूरी विरोधी श्रम कानून लागू करने एवं गलत आर्थिक नीतियों के विरुद्ध दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आवाहन किया गया। भारतीय जीवन बीमा निगम के जिला शाखा में भी बीमा कर्मचारी संघ के सदस्य ने मंगलवार को अपनी मांगों के समर्थन में दिनभर कार्यालय के सामने हड़ताल पर बैठे रहे एवं सरकार की मजदूरी विरोधी नीतियों के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की।
संघ के सचिव मो अहमद जसीम ने कर्मियों की मांगों के बारे में बताया कि सरकार द्वारा सार्वजनिक क्षेत्रों का निजीकरण किया जा रहा है। ठेकेदारी एवं आउटसोर्सिंग प्रथा लाकर अनुबंध आधारित अल्पावधि के लिए कर्मियों से काम लेकर उनके सामाजिक एवं आर्थिक सुरक्षा के हितों की अनदेखी की जा रही है। दशकों से निगम में तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की भर्ती बंद है। निगम कर्मियों का वेतन पुनरीक्षण एक अगस्त 2017 से लंबित पड़ा है। सरकार कॉरपोरेट घरानों के हितों में श्रम कानून को संशोधित कर रही है। सरकार द्वारा इन मुद्दों को गंभीरता से लिए जाने की जरूरत है। समान काम के लिए समान वेतन, न्यूनतम वेतन 18 हजार, कर्मियों की स्थायीकरण के साथ उनके सामाजिक एवं आर्थिक सुरक्षा को सुनिश्चित करना, तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की भर्ती शीघ्र किए जाने की आवश्यकता है। राष्ट्रीय पेंशन योजना को समाप्त कर निगम कर्मियों की पेंशन योजना 1995 का एक और विकल्प दिया जाना चाहिए।
मौके पर मुख्य संरक्षक मुकुल प्रसाद श्रीवास्तव, अध्यक्ष मंजेश कुमार, उपाध्यक्ष विजय कुमार, अजय नाथ झा, संयुक्त सचिव राजीव कुमार, नारायण बासकी, कोषाध्यक्ष मो शमीमुद्दीन सहित संघ के सदस्य संजीव कुमार, अमर कुमार, अजय कुमार साह, श्याम मल्लिक, संजय कुमार, रमन कुमार, मनोज कुमार सिंह, बबलू कुमार, केतन कुमार, गुड्डू कुमार सहित अन्य लोग उपस्थित थे।