दरभंगा/बिहार : सोमवार की सुबह बहादुरपुर गांव निवासी महादलित समुदाय के नौजवान सिंटू रजक के घर को उजाड़ने का आरोप बहादुरपुर के ही संजीत चौधरी एवं उनके परिवार के लोगों पर लगा है। आरोप है कि उक्त परिवार के द्वारा हमला कर पूरे घर को उजार दिया गया, विरोध करने पर उनकी पत्नी स्मिता देवी के साथ मारपीट भी किया गया। जिसकी सूचना जब तत्काल बहादुरपुर थाना प्रभारी को फ़ोन पर दिया गया तो उन्होंने थाने पर आकर आवेदन देने की बात कहकर फ़ोन काट दिया। जिसके कारण महिला व उनके परिवार के लोगों को अत्यधिक चोट व क्षति पहुंची है।
घटना के बाद स्मिता देवी, सिंटू रजक समेत दर्जनों लोग थाने गए और दोषियों को गिरफ्तार कर पीड़ित को सुरक्षा व न्याय देने की गुहार लगाते हुए आवेदन दिया है। लेकिन आरोपी को गिरफ्तार करने के वजाय आवेदन देने वाले सिंटू रजक को ही पुलिस ने हाजत मे बंद कर दिया। जानकारी मिलते ही इनौस के जिला सचिव गजेन्द्र नारायण शर्मा मौके पर पहुंचे और मामले की जानकारी ली।
घटना से संबंधित उन्होंने प्रेस ब्यान जारी करते हुए कहा कि पीड़ित द्वारा तत्काल फोन पर सूचना मिलते ही यदि पुलिस मौके पर भेज दी जाती तो पीड़ित परिवार का इतना नुकसान नहीं होता जबकि घटना स्थल से थाने की दूरी महज एक किलोमीटर से भी कम है। अर्थात नीतीश और मोदी का महादलित प्रेम महज ढोंग है। उनके राज में आरोपी को पुलिस संरक्षण दे रही है और थाने पर आवेदन देने पहुंची पीड़ित को जेल भेजा जा रहा है। श्री शर्मा ने कहा कि यदि तत्काल पीड़ित परिवार को रिहा और आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया तो कल इन्कलाबी नौजवान सभा बहादुरपुर थाना प्रभारी का पुतला जलाकर अपना विरोध दर्ज कराएगी और एसएसपी दरभंगा के समक्ष अपनी जाँच रिपोर्ट सौप कर महादलित परिवार को सुरक्षा प्रदान करने मे विफल बहादुरपुर थाना प्रभारी को मुअत्तल करने की मांग करेंगा। जाँच टीम में इनौस के बहादुरपुर प्रखंड के अध्यक्ष अर्जुन यादव, मुकेश रजक और श्याम कुमार शामिल थे।