सुपौल : पूर्व रेल मंत्री स्व. ललित नारायण मिश्र की 45 वीं पुण्यतिथि पर आयोजित राजकीय समारोह नहीं पहुंचे एक भी मंत्री, लोगों में नाराजगी

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इरशाद आदिल 
संवाददाता
छातापुर, सुपौल

छातापुर/सुपौल/बिहार : भारत सरकार के पूर्व रेल मंत्री स्व. ललित नारायण मिश्र की 45 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित राजकीय समारोह बलिदान दिवस के अवसर पर गुरुवार को उनके पैतृक निवास बलुआ बाजार स्थित समाधि स्थल पर राज्य सरकार के प्रतिनिधि के रूप में शामिल हुए सुपौल डीएम वैजनाथ प्रसाद यादव के अलावे जदयू विधान पार्षद विजय मिश्र, पुलिस कप्तान मृत्युंजय कुमार चौधरी, उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता एवं मंच संचालन पूर्व मुखिया जय कृष्ण गुरमैता कर रहे थे ।

समारोह में विजय मिश्र ने अपने संबोधन में कहा कि प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी हम उनकी पुण्यतिथि को शहादत दिवस के रूप में मनाने को एकत्रित हुए हैं। ललित बाबू के प्रयास का ही फल है कि कोसी के इस क्षेत्र को अंतरराष्ट्रीय पहचान मिली। उन्हीं की परिकल्पना का परिणाम है कोसी महासेतु और एनएच 57 और सहरसा-फारबिसगंज बड़ी रेल लाईन का निर्माण हुआ है।

इस अवसर पर विजय मिश्र ने मैथिली में संबोधित करते हुए कहा कि ललित बाबू के अधूरे कार्य को वर्तमान सरकार वखूबी पूरा रही है और कोशी के विकास के लिए प्रयासरत है। 

कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता प्रो. रंजीत कुमार मिश्र ने कहा कि ललित बाबू का सपना था कि मैं रहूँ या ना रहूँ बिहार बढ़ के रहेगा । ललित बाबू की पहचान मिथिलांचल में एक समाज सेवी व कर्मठ नेता के रूप में  थी। हम मिथिलावासी उनकी यादगार को कभी भुला नहीं सकते । उन्होंने एनडीए सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि ये राजकीय समारोह है, इस समारोह में किसी भी मंत्री का ना पहुँचना ये स्वo ललित बाबू का अपमान करना हुआ । जबकि इससे पहले ललित बाबू के पुण्यतिथि में मुख्यमंत्री, राज्यपाल और मंत्री कोई ना कोई शामिल होते थे ।

सुमित कुमार मिश्र ने कहा कि कोशी क्षेत्र में ललित नारायण मिश्र का जो भी काम किया हुआ है उतना ही है । उनके किए हुए अधूरे काम को वर्तमान सरकार अनदेखी कर रहा है ।

आयोजित समारोह में डीएम बैद्यनाथ यादव ने कहा कि ललित बाबू के विकास के लिए दिए गए योगदान और बलिदान को बिहार वासी कभी भुला नहीं सकते । उन्होनें कहा कि वे जिस भी विभाग में मंत्री रहे उसने विकास का रास्ता साफ किया । उनका सबसे ज्यादा योगदान रेलवे के विकास में है । डीएम श्री यादव ने अपने संबोधन में कहा कि विकास एक सतत प्रक्रिया है जो चलता रहेगा। आगे उन्होंने इस क्षेत्र के जीविका पर बल देते हुये मछली उत्पादन, दुग्ध उत्पादन, स्वास्थ्य और शौचालय तथा सवक्ष समाज निर्माण पर जोर दिया।

पुलिस कप्तान मृतुन्जय चौधरी ने अपने संबोधन में कहा ललिल बाबू का सच्ची श्रद्धांजलि तब  होगी जब बलुआ बाजार को रेल लाइन से जोड़ दिया जाएगा । पूर्व विधायक उदय प्रकाश गोयत ने सभा को संबोधित करते हुए कोशी महासेतु का नाम ललित नारायण महासेतु रखने की मांग बिहार सरकार से किया । उन्होंने कहा कि हम सभी मिथला वासियों की मांग बिहार सरकार से है कि वो केंद्र सरकार से कोशी महासेतु का नाम ललित नारायण महासेतु रखने की मांग करें । सभा को संजय मिश्र, तेजनारायण खेरवाड़, आदि वक्ताओं ने भी संबोधित कर अपने विचार रखे।

इस अवसर पर त्रिवेणीगंज एएसपी जितेंद्र कुमार सिंह, एसडीएम विनय कुमार सिंह, छातापुर बीडीओ अजीत कुमार सिंह, सीओ सुमित कुमार सिंह, एमओ नागेंद्र चौबे, वीरपुर अनुमंडल के प्रशासनिक एवं पुलिस पदाधिकारी, कृष्णा कुमार मिश्रा उर्फ कन्हैया, अंतरराष्ट्रीय ब्राह्मण महासंस्था के बिहार प्रदेश केआरक्षण इकाई के अध्यक्ष बिमल कुमार झा, ख़ादिमें मजलिस खलीकुल्लाह अंसारी, कांग्रेस जिलाउपाध्यक्ष मजहरुल हक खान, सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे । धन्यवाद ज्ञापन जय कृष्ण गुरमैता द्वारा किया गया।


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